“ङेखा, तम्ही यां छोटा महु कानु वी तोच्छ ना जाणा, कांकि मैं तम्हानु किहे पला कि स्वर्ग़ा मां वांचे स्वर्ग़दूत माये स्वर्ग़ीय ब़ा नरीकारा चे मुँह सदा ङेखी।
बल्कि आपणे दुश्मना लारे प्रेम राखा, ते भलाई करा, ते बल्ति गेहणे ची आस ना राखती कर उधार ङिया, तां तम्चे वास्ते बङा फल हुवी, ते तम्ही परमप्रधान ची ऊलाद्ध ठहरा, कांकि ओ वांचे उपर जको धन्यवाद ना करी ते बुरा उपर वी कृपालु छै।