“तां जिसे बेले तम्ही उज़ाड़ने आली किज़ड़ी चीजे नु जिठे वाजिब कोनी ओठे भिली ङेखा, (पढ़ने आला समझती गिहो) तब जको यहूदिया मां हो, वे पहाड़ा उपर द्रोड़ती जाओ।
बल्ति मैं तुरन्त दुधे गोढु ये बन्दी भेज़ली, ते तु भले करले जको आती गेला। हमा अम्ही सारी इठे नरीकारा चे सामणे छिऊं कि जको कहीं नरीकारा ने तनु केहले वा सुणु।”
कांकि मैं ओ अनुग्रह चे वजह जको मनु मिड़ला, तम्चे महु हर-हेक नु किहे पला, कि जिसड़े समझणे चाही छै, ओचे कनु बढ़ती कर आपणे-आप नु ना समझो, पर जिसड़े नरीकारा ने हर-हेक नु काबलीयत चे अनुसार बांटती ङिले, उसड़े ही ओचे अनुसार आपणे-आप नु समझणे चाही छै।