जको कुई राज़ चा वचन सुणती कर ना समझी, ओचे मना मां जको कोच्छ राहले गेले हुते, ओनु ओ दुष्ट आती कर खोसती कर चाह्ला जाये, ईं ऊंही बीज छै, जको मार्ग़ चे किनारे राहले गेले हुते।
जको बीज मार्ग़ चे किनारे चे छी जिठे वचन राहला जाये, ये वे छी कि जब वाणे सुणला,तां शैतान तुरन्त आती कर वचना नु जको वांचे मां राहला गेलता, चती चाह्ला जाये।
पत्थरीली भोंये उपर चे वे छी कि जिसे बेले वचन सुणी, तां खुशी लारे वचना नु मनती तां गिही, पर ज़हड़ ना पकड़ने लारे वे थोड़ी देरी तक विश्वास राखी ते परीक्षा चे समय बहकती जई।