जको कुई राज़ चा वचन सुणती कर ना समझी, ओचे मना मां जको कोच्छ राहले गेले हुते, ओनु ओ दुष्ट आती कर खोसती कर चाह्ला जाये, ईं ऊंही बीज छै, जको मार्ग़ चे किनारे राहले गेले हुते।
ऐवास्ते, सारी मलिनता ते बैरभाव ची बढ़ोतरी नु दूर करती कर, ओ वचना नु नरमाई लारे ग्रहण करती गिहा, जको दिला मां राहला गेला ते जको तम्ची जानी चा उद्धार कर सग़े।