40 ईशु ने ओचा उत्तर ङिला, “हे शमौन मनु तनु कोच्छ केहणे।” ओह ब़ोला, “हा गुरु, केह।”
ते तुरन्त ईशु चे गोढु आती कर केहले, “हे रब्बी, नमस्कार,” ते ओनु ब़ोहत मिठ्ठीया ङिलीया।
ओ ङिओ ब़ोहत से लौक मनु किहे, ‘हे प्रभु, हे प्रभु, का अम्ही दुधे नांवा लारे भविष्यवाणी कोनी करली, ते दुधे नांवा लारे शैताना नु कोनी काढ़ले,ते दुधे नांवा लारे ब़ोहत से अचम्भे चे काम कोनी करले?’
कुई सरदारा ने ईशु कनु पूछले, “हे उत्तम गुरु, अनन्त जीवन चा अधिकारी हुवणे वास्ते मैं का करे?”
ईशु ने वांचे मना चीया बाता जाणती कर, वानु केहले, “तम्ही आपणे मना मां कां विवाद करा पले?
ईशु ने वानु उत्तर ङिला, “वैद भले चंगा वास्ते कोनी, पर बिमारा चे वास्ते जरुरी छै।
पर ओ वांचे विचार जाणता, ऐवास्ते ओणे सूखले हाथा आले बन्दे नु केहले, “ऊठ, आधे मां खड़ा हो।” ओ उठती खड़ा हुला।
ईं ङेखती कर, ओह फरीसी जेह्णे ओनु हकारले हुते आपणे मना मां सोचु लाग़ला, “अगर हा भविष्यवक्ता हुवीया तां जाणती गिहा कि जको ओनु हाथ लावे पली, वा कूण ते किसड़ी छै कांकि वा तां पापेण छै।”
“कुई महाजन चे ङोन ङेणदार हुते, हेक कनु पाँच साऔ ते ङुजे कनु पंजहा चान्दी चे सिक्के गेहणे हुते।
तम्ही मनु गुरु ते प्रभु किहा, ते ठीक ही किहा, कांकि मैं ओही छै।
ईशु ने हा जाणती कर कि, “वे माये कनु पूछणे चाहवी।” ऐवास्ते वानु केहले, “का तम्ही आपस मां माई ये बाते चे बारे मां पूछताछ करा, ‘थोड़ी देरी मां तम्ही मनु नी ङेखा, ते बल्ति थोड़ी देर मां तम्ही मनु ङेखा’?
हमा अम्हानु पता लाग़ती गेला कि तु सब कोच्छ जाणी ऐची जरुरत कोनी कि कुई दुधे कनु पूछो। ऐचे कनु अम्ही विश्वास करु कि तु नरीकारा ची तरफु आला।”
ओणे राती नु ईशु कनु आती केहले, “हे रब्बी, अम्ही जाणु कि तु गुरु छी ते नरीकार ची ओर कनु आला। कांकि इसड़े अचम्भे चे काम जको तु करी याहनु नरीकारा ची सहायता चे बिना कुई वी ना कर सग़ी।”