ओ उसड़े इन्साना चे समान छै, जेह्णे घर बणाते बेले भोंये गहरी खोदती कर चट्टान चे उपर नीम घाली, ते जिसे बेले बाढ़ आली तां धार वे घरा चे उपर लाग़ली पर ओनु हला ना सग़ली, कांकि ऊं पक्के बणले आले हुते।
पत्थरीली भोंये उपर चे वे छी कि जिसे बेले वचन सुणी, तां खुशी लारे वचना नु मनती तां गिही, पर ज़हड़ ना पकड़ने लारे वे थोड़ी देरी तक विश्वास राखी ते परीक्षा चे समय बहकती जई।