33 ते अगर तम्ही आपणे भलाई करने आला लारे ही भलाई करा, तां तम्ची का बढ़ाई छै? कांकि पापी वी इसड़े ही करी।
“अगर तम्ही आपणे प्रेम राखणे आला लारे ही प्रेम राखा, तां तम्ची का बढ़ाई छै? कांकि पापी वी आपणे प्रेम राखणे आला लारे प्रेम राखी।
अगर तम्ही उधार ङिया तां मांगणे ची आस राखा, तां तम्ची का भलाई? कांकि पापी पापीया नु उधार ङिये उतना बल्ति मिलो।
ते भलाई करो, ते भले कामा मां धनी बणो, ते उधार ते सहायता ङेणे मां हमेशा तियार रिहो।