1 बल्ति ईशु सब्त चे ङिओ खेता महु हुती कर जाये पलता, ते ओचे चैले सीटी तरोड़ती-तरोड़ती कर ते हाथा लारे मरोड़ती-मरोड़ती कर खाते जई पलते।
कुई बन्दे पुराणा अंगूरा चा रस पीती कर नवां ना चाहवी, कांकि ओह किहे कि, ‘पुराणा ही आच्छा छै।’ ”
इसड़े हुले कि कुई नेरे सब्त चे ङिओ ओ प्राथनाघरा मां जती कर उपदेश ङिऊं लाग़ला, ते ओठे हेक बन्दे हुते जाया सज़्ज़ा हाथ सूकती गेलता।