54 बल्ति वे ईशु नु पकड़ती कर गेहती टुरले, ते महायाजक चे घरे गेहती आले, पतरस दूर ही दूर ओचे भांसु-भांसु आवे पलता।
जब मैं मन्दरा मां हर ङिओ तम्चे लारे हुता, तां तम्ही मनु हाथ कोनी लाला, पर हा तम्ची घड़ी छै, ते अन्धकार चा अधिकार छै।”
बल्ति हन्ना ने ओनु ब़झले आले नु ही काइफा महायाजक चे गोढु भेज़ती ङिले।