जब ओ जैतून पहाड़ा उपर ब़ेहला हुता, तां चैला ने हेकले मां ओचे गोढु आती कर केहले, “अम्हानु बावड़ कि ये बाता कङण हुवे? दुधे आवणे ची ते संसारा चे अन्त ची का निशानी हुवी?”
“तां जिसे बेले तम्ही उज़ाड़ने आली किज़ड़ी चीजे नु जिठे वाजिब कोनी ओठे भिली ङेखा, (पढ़ने आला समझती गिहो) तब जको यहूदिया मां हो, वे पहाड़ा उपर द्रोड़ती जाओ।