32 “मैं तम्हानु सच्च किहे पला कि जब तक ये सारीया बाता पुरीया ना हो , तब तक ये पीढ़ी चा कङी अन्त नी हुवी।
मैं तम्हानु सच्च किहे पला कि जको भिले, वांचे महु कोच्छ इसड़े छी कि जब तक मैं इन्साना चे पूता नु ओचे राज़ मां आते हुले नी ङेखती गिहे, तब तक मौत चा स्वाद कङी नी चाखे।”
मैं तम्हानु सच्च किहे पला, ये सारीया बाता ऐ समय चे लौका उपर आती पड़े।
मैं तम्हानु सच्च किहे पला कि जब तक ये सारीया बाता पुरीया ना हो, तब तक ये पीढ़ी चा अन्त नी हुवी।
यूं करती जिसे बेले तम्ही यां बाता नु हुते ङेखा, तां जाणती गिहा कि नरीकारा चा राज़ गोढु छै।
आसमान ते धरती टलती जाये, पर माया बाता कङी नी टले।