15 ते वाणे ओनु अंगूरा ची बाड़ी कनु ब़ाहर काढ़ती कर मारती नाखले, “ऐवास्ते अंगूरा ची बाड़ी चा मालिक वांचे लारे का करी?
जिसे बेले जमींदारा ने ओनु ङेखले तां आपस मां विचार करु लाग़ले, ‘हा तां वारिस छै, आवा, अम्ही ऐनू मारती नाखु कि विरासत अम्ची हुती जाओ।’
ओ आती कर वां जमींदारा नु नाश करी, ते अंगूरा ची बाड़ी नेरा नु सोंपती ङी।” ईं सुणती कर वाणे केहले, “नरीकार करो इसड़े ना हो।”
ऐवास्ते ईशु ने वी शहरा चे ब़ाहर ङोख सेहले कि ओ खौद्द आपणे लुहींया लारे लौका नु शोद्ध करो।