13 तब अंगूरा ची बाड़ी चे मालका ने केहले, ‘मैं का करे? मैं आपणे प्यारे पूता नु भेज़े, हो सग़े वे ओचा कद्दर करे।’
ओ ब़ोले ही पलता कि हेक चिट्टे बदला ने वानु घेरती गेले, ते ओ बदला महु हा अवाज आली, “हा माया प्यारा पूत छै, जाये कनु मैं खौश छै। ऐची सुणा!”
ओही बेले हा आकाशवाणी हुली, “हा माया प्यारा पूत छै। ऐकनु मैं ब़ोहत खौश छै।”
“कुई शहरा मां हेक न्यांयी रेहता, जको ना नरीकारा कनु ङरता, ते ना कुई बन्दे ची परवाह करता।
ओ कई बेले तक तां ना मनला पर अन्त मां विचार करती कर केहले, ‘मैं ना नरीकारा कनु ङरे, ते ना बन्दा ची कहीं परवाह करे।
बल्ति ओणे तीजे नु भेज़ले, ते वाणे ओनु वी अधमरा करती काढ़ती छोड़ले।
जिसे बेले जमींदारा ने ओनु ङेखले तां आपस मां विचार करु लाग़ले, ‘हा तां वारिस छै, आवा, अम्ही ऐनू मारती नाखु कि विरासत अम्ची हुती जाओ।’
तब ओ बदला महु हा अवाज आली, “हा माया पूत छै, ते माया चुणला आला छै, ऐची सुणा।”
मैं ङेखले, ते हा ग़वाही ङिये पला कि हाओ ही नरीकारा चा पूत छै।”
कांकि जको काम व्यवस्था, शरीरा चे वजह दुर्बल हुती कर ना कर सग़ली, ओनु नरीकारा ने करले, यानिकि आपणे ही पूता नु पापमय शरीरा ची समानता मां, ते पाप चे बलिदान हुवणे चे वास्ते भेज़ती कर, शरीरा मां पापा उपर ङण्ड ची आज्ञा ङिली।
पर जिसे बेले समय पूरा हुला तां नरीकारा ने आपणे पूता नु भेज़ले, ओ हेक असतरी महु जमला ते व्यवस्था चे अधीन पैदा हुला।