30 कांकि माया आंखीया ने दुधे उद्धार नु ङेखती गेले।
जानु तें सारे देशा चे लौका चे सामणे तियार करले।
ते हर हेक प्राणी नरीकारा चे उद्धार नु ङेखी।’ ”
“ऐवास्ते ईं सही छै कि तम्हानु पता लाग़ती जाओ कि नरीकारा चा हा उद्धार हमा नेरीया जातिया चे वास्ते वी मौजुद छै, वे वी ऐनू मने।”