18 कुई सरदारा ने ईशु कनु पूछले, “हे उत्तम गुरु, अनन्त जीवन चा अधिकारी हुवणे वास्ते मैं का करे?”
ईशु ने ओनु केहले, “तु मनु उत्तम कां किही? कुई उत्तम कोनी, सेर्फ हेक, यानि नरीकार।
“जब तम्ही माये केहणे ना मना तां का मनु ‘हे प्रभु, हे प्रभु,’ किहा?
ऐचे बाद ओ वानु ब़ाहरु गेहती कर ब़ोला, “श्रीमान, उद्धार गेहणे वास्ते मैं का करे?”
बल्ति सुणने आला चे मना नु ठेस लाग़ली, ते वे पतरस ते नेरा प्रेरितां कनु पूछु लाग़ले कि, “हे भऊ, अम्ही का करु?”