37 ईं सुणती कर वाणे ओकनु पूछले, “हे प्रभु ईं किठे हुवी?” ओणे वानु केहले, “जिठे लोथ हो, ओठे ग़िझा भेलिया हुवे।”
“जिठे लोथ हो, ओठे ग़िझा भेलिया हुवे।
ते वे नेरीया जातिया नु वांचे उद्धार वास्ते बाता करने कनु अम्हानु रोकी, नतीजा हा छै, कि वे सदा आपणे पापा चे ठां भरते रिही, पर अन्त मां तां नरीकारा चा भयानक गुस्सा वांचे उपर आती पुज़ला।