“ङेखा, तम्ही यां छोटा महु कानु वी तोच्छ ना जाणा, कांकि मैं तम्हानु किहे पला कि स्वर्ग़ा मां वांचे स्वर्ग़दूत माये स्वर्ग़ीय ब़ा नरीकारा चे मुँह सदा ङेखी।
मैं इन्साना चा पूत जिसड़े माये वास्ते लिखले गेले, जाये ही पला, पर ओ इन्साना उपर हाय! जाये जरिये मैं इन्साना चा पूत पकड़वाला जई। अगर ओ इन्साना चा जनम ही ना हुवीया, तां ओचे वास्ते भले हुते।”
पर मैं यांचे महु कुई वी अधिकारा चा इस्तेमाल कोनी करला। मैं ये बाता ऐवास्ते कोनी लिखलीया, कि माये वास्ते कहीं करले जाओ। कांकि ऐचे कनु तां माये मरणे ही भले छै कि कुई माया घमण्ड बेकार ठहराओ।
मैं वां लौका वास्ते जको विश्वासा मां कमजोर छी खौद्द वांचे आलीकर कमजोर बणला कि वानु मसीह मां जीत सग़े। मैं सब तरह चे इन्साना वास्ते सब कोच्छ बणला कि किवें ना किवें करती कईयां चा उद्धार करवा सग़े।