7 “मैं तम्हानु किहे पला कि यूंही करती कर हेक मन फिरावणे आले पापीया चे बारे मां वी स्वर्ग़ा मां इतनी ही खुशी हुवी, जितना कि वां निन्याणवे इसड़े धर्मीया चे बारे मां नी हुवी, जानु मन फिरावणे ची जरुरत कोनी।
ते अगर इसड़े हो कि लाभती जाओ, तां मैं तम्हानु सच्च किहे पला कि ओ वां निन्याणवे भेङा चे वास्ते जको भटकलीया कोनी हुतीया, इतनी खुशी नी मनावी जितना कि ये भेङे वास्ते खुशी मनावी।
“जा कूण इसड़ी असतरी हुवी जाये कनु ङस सिक्के हो, ते वांचे महु हेक गार हुती जाओ, तां वा ङीवा ब़ालती कर ते घर छंडकती-ब़ुहारती, जब तक मिलती ना जाओ जी लाती सोती ना रिहो?
ईशु ने वानु केहले, “तम्ही तां लौका चे सामणे आपणे आप नु धर्मी बणावा, पर नरीकार तां तम्चे मना नु जाणे, कांकि जको चीजा लौका चे नजरी मां महान छी, वे नरीकारा चे नजरी मां नफरत चा छी।