4 “तम्चे महु कूण छै जाया साऔ भेङा हो, ते वांचे महु हेक गार हुती जाओ, तां निन्याणवे नु बरब्याना मां छोड़ती कर, वे गार हुली आली नु जब तक लाभती ना जाओ विनु सोता रिही?
ओणे वानु केहले, “तम्चे महु इसड़े कूण छै, जाई हेक भेङ हो, ते वा सब्त चे ङिओ खङे मां ढेती पड़ो, तां ओ विनु पकड़ती कर ना काढ़ो?
ईं सुणती कर प्रभु ने केहले, “हे कप्पटीऊं, का सब्त चे ङिओ तम्चे महु हर हेक आपणे ङान्द जा गाहड़े नु खूंटे कनु खोलती कर पाणी पिलावणे वास्ते गेहती ना जई?
बल्ति ईशु ने वानु हा मिसाल ङिली,
कांकि मैं इन्साना चा पूत गार हुला आला नु सोधु, ते वांचा उद्धार करु आला।”
ऐवास्ते हे दोष लावणे आले, तु चाहे कुई वी कां ना हो, तु कुई वी बहाना ना बणा सग़ी, कांकि जिसी बाते मां तु ङुजा उपर दोष लावी, वेही बाते मां आपणे नु वी दोषी बणावी, ऐवास्ते कि जको तु दोष लावी, खौद्द ही ऊंही काम करी।
कांकि तम्ही पेहले भटकलीया आलीया भेङा आलीकर हुते, पर हमा तम्ही आपणे आजड़ी ते आत्मा ची रखवाली करने आले सनु पुठे फिरती आले।