ते यां सारीया बाता नु छोड़ती अम्चे ते तम्चे बीच मां हेक बङा खङा ठहराला गेला छै कि जको इठु ओस पार तम्चे गोढु जाणे चाहवे, वे ना जा सग़ी, ते ना कुई उठु ऐ पार अम्चे गोढु आ सग़े।’
हे माये भऊ, तम्चे बारे मां अम्हानु हर समय नरीकारा चा धन्यवाद करना चाही छै, ते ईं ठीक वी छै, ऐवास्ते कि तम्चा विश्वास घणा बढ़ता जाये पला, ते तम्चा सब प्रेम आपस मां घणा ही बढ़ता जाये पला।