40 तम्ही वी तियार रिहा, कांकि जेस घड़ी चे बारे मां तम्ही सोचा वी ना, वे घड़ी, मैं इन्साना चा पूत आती जई।”
“ऐवास्ते जाग़ते रिहा, कांकि तम्ही ना जाणा कि तम्चा प्रभु किसे ङिओ आवी।
ऐवास्ते तम्ही वी तियार रिहा, कांकि जेस घड़ी चे बारे मां तम्ही सोचा वी ना, वे घड़ी, मैं इन्साना चा पूत आती जई।
“ऐवास्ते जाग़ते रिहा, कांकि तम्ही ना ओ ङिओ नु जाणा, ना वे घणी नु।
ते समय नु पिछाणती कर इसड़े ही करा, ऐवास्ते कि हमा तम्चे वास्ते नीङे कनु सुज़ाक हुवणे ची घड़ी आती पुज़ली, कांकि जिसे बेले अम्ही विश्वास करला हुता, ओ समय चे हिसाबा लारे अम्चा उद्धार गोढु छै।
बल्कि ईशु मसीह चे सुभाव नु धारण करती गिहा, ते शरीरा चीया इच्छा नु पुरीया करने मां ही ना लाग़ले रिहा।
ऐवास्ते अम्ही नेरा आलीकर नूहले ना रिहुं, पर जाग़ते ते चौकस रिहुं।
ते आवा, अम्ही खौश हुती कर आनन्द मनाऊं, ते ओची स्तुति करु, कांकि मैमणे चा बीहा आती गेला। ते ओची घराआली ने आपणे आप नु तियार करती गेहले।