45 बल्ति हेक धर्मशास्त्री ने ओनु उत्तर ङिला, “हे गुरु, ये बाता चे केहणे लारे तु अम्ची निन्दा करी।”
वांचे महु हेक व्यवस्थापक ने ओनु परखणे चे वास्ते ओकनु पूछले,
ईशु ने केहले, “हे व्यवस्थापक, तम्चे उपर वी हाय! तम्ही इसड़े भारी बोझ नु जानु चवणे मुश्किल छै, इन्साना चे उपर लङा, पर तम्ही आप वां बोझा नु आपणी हेक आंगली लारे वी ना छूवा।
“हाय तम्हा व्यवस्थापका उपर! तम्ही ज्ञान ची कुंजी गेहती तां गेली, पर तम्ही आप ही ना जा सग़ले, ते जाणे आला नु वी रोकती ङिले।”
पर फरीसी ते शास्त्री ओकनु बपतिस्मा ना गेहती नरीकारा ची मन्सा नु आपणे बारे मां टालती ङिली।
का अम्चे नेता जा फरीसिया महु किह्णी वी ओचे उपर विश्वास करला?
संसार तम्चे लारे बैर ना राख सग़ी, पर ओ माये लारे बैर राखे कांकि मैं वांचे विरोध मां हा ग़वाही ङिये कि वांचे काम बुरे छै।
जको फरीसी ओचे लारे हुते वाणे ईं सुणती कर ओनु केहले, “का अम्ही वी अन्धे छिऊं?”