29 पर ओणे आपणे आप नु धर्मी ठहराणे ची इच्छा लारे ईशु कनु पूछले, “तां माया पड़ोसी कूण छै?”
ओणे भीड़ नु आपणे चैला समेत गोढु हकारती कर वानु केहले, “जको कुई माये भांसु आणा चाहवे, ऊं आपणे आप कनु इन्कार करो ते आपणा क्रूस चती कर माये भांसु हुती पड़ो।
“हमा दुधी समझी मां जानु ङाकुवा ने घेरती गेलते, यां तीन महु ओचा पड़ोसी कूण हुला?”
ईशु ने वानु केहले, “तम्ही तां लौका चे सामणे आपणे आप नु धर्मी बणावा, पर नरीकार तां तम्चे मना नु जाणे, कांकि जको चीजा लौका चे नजरी मां महान छी, वे नरीकारा चे नजरी मां नफरत चा छी।
कांकि वे नरीकारा ची धार्मिकता लारे अणजाण हुती कर, आपणी धार्मिकता स्थापित करने चा जत्तन करती कर, नरीकारा ची धार्मिकता चे अधीन कोनी हुले।
कांकि अगर अब्राहम कामा लारे धर्मी ठहराला जाये हा, तां ओनु घमण्ड करने ची वजह हुवे हा, पर नरीकारा चे गोढु कोनी।
पर हा बात प्रकट छै कि व्यवस्था चे जरिये नरीकारा चे इठे कुई धर्मी ना ठहरी कांकि “धर्मी जन विश्वास लारे जीते रिही।”
यूं करती तम्ही ङेखती गेले कि इन्सान हेको विश्वासा लारे ही ना बल्कि कर्मा लारे वी धर्मी ठहरे।