28 बल्ति ईशु ने मन्दरा मां उपदेश ङिते बेले ऊंची अवाजी मां केहले, “तम्ही किहा कि मनु जाणा, ते ईं वी कि मैं किठला छै। पर मैं तां आपणे आप कोनी आला, मनु भेज़णे आला सच्चा छै। ओनु तम्ही ना जाणा।
ओ समय ईशु ने भीड़ नु केहले, “का तम्ही तलवारा ते ङांगा चती कर मनु ङाकु जाणती कर पकड़ने वास्ते निकड़ले छिवा ? मैं हर ङिओ मन्दरा मां ब़ेसती कर उपदेश ङिता रेहता, ते तब तम्ही मनु कोनी पकड़ले।
“माये ब़ा ने मनु सब कोच्छ सोंपती ङिले, ते कुई ना जाणी कि पूत कूण छै, सेर्फ ब़ा, ते ब़ा कूण छै, ईं वी कुई ना जाणी, सेर्फ पूता चे, ते ओ जाये उपर पूत ओनु प्रकट करना चाहवे।”
ओणे राती नु ईशु कनु आती केहले, “हे रब्बी, अम्ही जाणु कि तु गुरु छी ते नरीकार ची ओर कनु आला। कांकि इसड़े अचम्भे चे काम जको तु करी याहनु नरीकारा ची सहायता चे बिना कुई वी ना कर सग़ी।”
ईशु ने वानु उत्तर ङिला, “कि अगर मैं आपणी ग़वाही आप ङिये, तां वी माई ग़वाही सच्ची छै, कांकि मैं जाणे कि मैं किठु आला ते किठे जाये पला। पर तम्ही ना जाणा कि मैं किठु आला ते किठे जाणे।
ईशु ने वानु केहले, “अगर नरीकार तम्चा ब़ा हुवीया तां, तम्ही माये लारे प्रेम राखा हा, कांकि मैं नरीकारा ची तरफु आला। मैं आपणे आप कोनी आला, पर ओणे मनु भेज़ले।
कांकि मैं घूमते-फिरते हुले तम्चीया पूजा करने आलीया चीजा नु ङेखले, ते मैं हेक इसड़ी वेदी ङेखली, जाये उपर ईं लिखले पलते ले, ‘अणजाणे ईश्वर चे वास्ते।’ ऐवास्ते जिसे नु तम्ही बिना जाणले पूजा, मैं तम्हानु ओचा समाचार सुणावे पला।
कांकि नरीकार ने आज्ञा ङिली हुती कि, “अन्धकारा महु ज्योति चमको।” ते नरीकारा ने ही अम्चे दिला मां आपणी ज्योति चमकाली कि ईशु मसीह मां नरीकारा ची महिमा चे सोज़ले मेल सग़ो।