64 पर तम्चे महु कोच्छ इसड़े वी छी जको विश्वास ना करी।” ईशु शुरु कनु ही जाणता कि वे कूण छी जको विश्वास ना करी ते ओ कूण छै जको ओनु धोक्का ङिही।
शमौन कनानी, ते यहूदा इस्करियोती जेह्णे ओनु पकड़वाती वी ङिले।
पर तम्ही विश्वास ना करा कांकि माया भेङा महु कोनी छिवा।
तब ईशु, वां बाता नु जको ओचे उपर आणे आलीया हुतीया जाणती कर, निकड़ला ते वानु केहले, “कानु सोते फिरा?”
पर मैं तम्हानु जाणे कि तम्चे मां नरीकारा चा प्रेम कोनी।
मैं तम्हानु पेहले ही बावड़ती चुकला, कि तम्ही मनु ङेखती गेले बल्ति वी तम्ही माये उपर विश्वास ना करा।
ईशु चे ब़ोहत चैला ने ये बाता सुणती कर केहले, “हा कठोर बात छै, यिनु कूण सोण सग़े?”
ईशु नु आप पता लाग़ती गेला कि ओचे चैला नु कुई बाते ची शकेत छै। ऐवास्ते ओ वानु किहुं लाग़ला, “का तम्ही ये शिक्षा कनु परेशान छिवा?
ऐह वजह कनु ईशु चे ब़ोहत सारे चैले वापिस चाह्ले गेले। ते बल्ति कङी वी ओचे भांसु कोनी टुरले।
ईशु ने वानु केहले, “तम्ही ये धरती चे छिवा, पर मैं तां स्वर्ग़ा चा छै। तम्ही संसारा चे छिवा, मैं संसारा चा कोनी।
तां वी तम्ही तां ओनु कोनी जाणले, पर मैं ओनु जाणे। अगर मैं किहे कि मैं ओनु ना जाणी, तां मैं वी तम्चे आलीकर कूड़ा ठहरी, पर मैं ओनु जाणे ते ओचे वचना उपर चले।
हा ओही प्रभु किहे जको जग़त ची शुरुआत कनु यां बाता चा समाचार ङिता आला।’
कांकि जानु ओणे पेहले कनु ही चुणती गेले वानु पेहले कनु ठहराले वी छै कि ओचे पूता चे स्वरूप मां हो ताकि ओ घणे भावां मां पलेठी चा ठहरो।
तां वी नरीकारा ची पक्की नीम बणली रिहे, ते ओचे उपर हा छाप लाग़ली पली, “प्रभु आपणा नु पिछाणे,” ते “जको कुई प्रभु चे नां गिहे, ऊं अधर्म कनु बचले रिहो।”
ते सृष्टि ची कुई चीज नरीकारा कनु लुकली आली कोनी, जानु अम्ही लेखा ङेणा। सारीया चीजा ओचे सामणे साफ ते खुड़लीया आलीया छी।