53 ये बाते उपर ईशु ने वानु केहले, “मैं तम्हानु सच्च किहे पला, जब तक मैं इन्साना चे पूता चे शरीरा नु नी खावा ते माये लुहीं नी पीया, तब तक तम्चे मां जीवन नी हुवी।
तम्ही माये मां बणले रिहा, ते मैं तम्चे मां। जिंवे लड़ी अगर अंगूरा ची बल्ही मां बणली ना रिहो तां आपणे आप ना फल सग़ी। यूंही तम्ही वी अगर माये मां बणले ना रिहा तां ना फल सग़ा।
मैं ही वा जीती रोटी छै जको स्वर्ग़ा कनु उतरली। अगर ये रोटी नु कुई खाये ते ऊं सदा जीते रिही। ते वा रोटी जानु मैं ङिही माये शरीर छै, ऐची वजह कनु संसार जीता रिही।”
“जाये कान हो वे सुणती गिहो कि आत्मा कलीसिया नु का किहे पला। “जको जीतती जई, ओनु मैं लुकले आले मन्ने महु ङी, ते ओनु हेक चिट्टा पत्थर वी ङी, ते ओ पत्थरा उपर हेक नां लिखले आले हुवी, जानु ओचे गेहणे आले चे सिवाय नेरे कुई नी जाणी।
“जाये कान हो वे सुणती गिहो, कि आत्मा कलीसिया नु का किहे पला। “जको जीतती जई, मैं ओनु ओ जीवन चे दरख्ता कनु जको नरीकारा चे स्वर्ग़ लौक मां छै, फल खाणे नु ङी।