“माये ब़ा ने मनु सब कोच्छ सोंपती ङिले, ते कुई ना जाणी कि पूत कूण छै, सेर्फ ब़ा, ते ब़ा कूण छै, ईं वी कुई ना जाणी, सेर्फ पूता चे, ते ओ जाये उपर पूत ओनु प्रकट करना चाहवे।”
अगर मैं वांचे मां ऊं काम ना करियो जको मैं करले तां वे पापा चे भाग़ी ना हुवीया। पर हमा वाणे ङेखती गेले जको मैं करले। तां वी वे माये लारे ते माये ब़ा लारे बैर करी।
तां वी तम्ही तां ओनु कोनी जाणले, पर मैं ओनु जाणे। अगर मैं किहे कि मैं ओनु ना जाणी, तां मैं वी तम्चे आलीकर कूड़ा ठहरी, पर मैं ओनु जाणे ते ओचे वचना उपर चले।
ते अमरता हेको नरीकारा ची ही छै, जको घणे चमकदार सोज़ले मां रिही, ओचे सोज़ले गोढु कुई ना जा सग़ी, ते ना ओनु कुई बन्दे ने ङेखले, ते ना कङी ङेख सग़े, ओचा मान-समान ते राज़ युगानयुग हुता रिहो। आमीन।