40 कांकि हाओ माये ब़ा नरीकारा ची मर्जी छै हर हेक बन्दे जको पूता नु ङेखे ते विश्वास करी ते ओनु अनन्त जीवन मिली, ते अन्त चा ङिहां मां मैं ओनु जीते करती ङिही।”
हा सच्चाई चा आत्मा छै जानु संसार मन ना सग़ी, कांकि ओह ओनु ना ङेख सग़ी ते ना ही ओनु जाणे। पर तम्ही ओनु जाणा, कांकि ओह तम्चे लारे रिहे ते ओह तम्चे मां हुवी।
पर जको कुई ओ पाणीया महु पिही जको मैं ओनु ङिही ओह बल्ति कङी तरसेला नी रिही। पर जको पाणी मैं ओनु ङिही ओचे महु हेक स्रोत बणती जई जको अनन्त जीवन तक उमड़ता रिही।”
“मैं तम्हानु सच्च-सच्च किहे पला, जको माया वचन सुणती कर माये भेज़णे आले उपर विश्वास करे अनन्त जीवन ओचा छै ते ओचे उपर सजा ची आज्ञा नी हुवी पर ओ मौत कनु पार हुती कर हमेशा ची जीन्दगी मां घिरती चुकला।
ओ खाणे वास्ते मेहनत ना करा जको सड़ती जाये, बल्कि ओ खाणे वास्ते जत्तन करा जको सदा वास्ते बणला रिही ते अनन्त जीवन ङिही, ते जानु मैं इन्सान चा पूत ङिही। कांकि ब़ा नरीकारा ने आपणी छाप माये उपर लाली।”
कांकि नरीकार ने आज्ञा ङिली हुती कि, “अन्धकारा महु ज्योति चमको।” ते नरीकारा ने ही अम्चे दिला मां आपणी ज्योति चमकाली कि ईशु मसीह मां नरीकारा ची महिमा चे सोज़ले मेल सग़ो।
अगर तम्ही ओनु ङेखले कोनी, बल्ति वी तम्ही ओचे लारे प्रेम राखा। अगर तम्ही ओनु हमा ङेख ना सग़ा, पर बल्ति वी ओचा विश्वास करा ते हर हेक इसड़ी खुशी लारे भरीले आले छिवा, जको गिणती चे ब़ाहरु ते महिमा लारे भरीला आला छै।