10 ईशु ने विनु केहले, “अगर तु नरीकारा चे वरदाना नु जाणीया तां ईं वी जाणीया कि ऊं कूण छै जको तनु किहे ‘मनु पाणी पीला,’ तां तु ओकनु मांगीहा ते ओ तनु जीवन चे पाणी ङिया।”
पर जको कुई ओ पाणीया महु पिही जको मैं ओनु ङिही ओह बल्ति कङी तरसेला नी रिही। पर जको पाणी मैं ओनु ङिही ओचे महु हेक स्रोत बणती जई जको अनन्त जीवन तक उमड़ता रिही।”
मैं ही वा जीती रोटी छै जको स्वर्ग़ा कनु उतरली। अगर ये रोटी नु कुई खाये ते ऊं सदा जीते रिही। ते वा रोटी जानु मैं ङिही माये शरीर छै, ऐची वजह कनु संसार जीता रिही।”
तां हा वी अम्ही जाणु कि, नरीकारा चा पूत आती गेला ते ओणे अम्हानु हा समझ ङिली, कि अम्ही ओ सच्च नु पिछाणु, ते अम्ही ओचे मां जको सच्चाई छै, यानिकि ओचे पूत ईशु मसीह चे लारे रिहुं, सच्चा नरीकार ते अनन्त जीवन हाओ छै।
ते पवित्र आत्मा, ते बीन्दणी ङोनी किही, “आ!” ते सुणने आला वी किहो कि, “आ!” जको तरसेला आला हो, ओ वी आओ। ते जको कुई चाहवे ऊं वी जीवन चे पाणी नु यूंही गिहो।
कांकि मैमणे जको सिंहासना चे आधे मां छै वांची ङेखभाल करी, ते जीवन रूपी पाणीया चे सौत्ते चे गोढु गेहती गेले करी, ते नरीकार वांचीया आँखीया महु सारी हींजवे लूहती नाखी।”