“माये ब़ा ने मनु सब कोच्छ सोंपती ङिले, ते कुई ना जाणी कि पूत कूण छै, सेर्फ ब़ा, ते ब़ा कूण छै, ईं वी कुई ना जाणी, सेर्फ पूता चे, ते ओ जाये उपर पूत ओनु प्रकट करना चाहवे।”
मैं वांचे मां ते तु माये मां जाये कनु वे सेद्ध हुती कर हेक हुती जाओ। बल्ति संसार ईं जाणो कि तु मनु भेज़ले ते जिसड़ा तु माये लारे प्रेम राखला उसड़ा ही वांचे लारे प्रेम राखला।
कांकि, “नरीकारा ने सब कोच्छ ओचे पग़्ग़ा तले करती ङिले,” पर जब ओ किहे कि सब कोच्छ ओचे अधीन करती ङिले गेले, तां ईं साफ छै कि जेह्णे सब कोच्छ ओचे अधीन करती ङिले, ओ आप अलग़ रेहला।