18 मैं तनु सच्च-सच्च किहे पला, जब तु जवान हुता तां आपणी कमर कसती जिठे चाहता उठे फिरता रेहता, पर जब तु ब़ुढा हुवे तां आपणे हाथ पसारे, ते ङुजे तनु ब़ांहती कर जिठे तु नी चाहवे ओठे तनु गेहती जई।”
धन्न छै, ओ दास, जानु मालिक आती कर सुज़ाक ङेखे, मैं तम्हानु सच्च किहे पला, कि ओ कमर कसती कर वानु खाणे उपर ब़िसाणी, ते गोढु आती वांची सेवा करी।
शमौन पतरस ने ओनु केहले, “हे प्रभु, तु किठे जई पला?” ईशु ने केहले, “जिठे मैं जाये पला, उठे तु हालि माये भांसु आ ना सग़ी, पर ऐचे बाद माये भांसु आवे।”
ओणे तीजी वारी ओनु केहले, “हे शमौन यूहन्ना चा पूत, का तु माये लारे प्रीत राखी?” पतरस उदास हुला कि ओणे तीजी वारी इसड़े केहले कि, “का तु माये लारे प्रीत राखी?” तां पतरस ने केहले, “हे प्रभु, तु तां सब कोच्छ जाणी, तु ईं जाणी कि मैं दुधे लारे प्रीत राखे।” ईशु ने ओनु केहले, “माया भेङा नु चर्रा।
ओणे यां बाता लारे बावड़ती ङिले कि पतरस किसड़ी मौत लारे नरीकारा ची महिमा करी। बल्ति ओनु केहले, “माये भांसु आ!”
ओणे अम्चे गोढु आती कर पौलुस चे रुमाल चले, ते ओचे लारे आपणे हाथ पग़्ग़ ब़ांथी कर केहले, “पवित्र आत्मा हा किहे कि, जिसे बन्दे चे ईं पट्टके छै, ओनु यरुशलेम मां यहूदी यूंही ब़ांधे, ते नेरीया जातिया चे हाथा मां सोंपती ङिये।”
ते अम्ही ऐ शरीरा मां रेहते हुले, बोझ मां दब़िती कर कराहते रिहुं, कांकि अम्ही उतारने ना, बल्कि नेरे धारण करने चाहु, कि मरणहार, जीवन बदलती जाओ।