1 यां बाता चे बाद ईशु ने आपणे आप नु तिबिरियास झील चे किनारे चैला चे सामणे प्रकट हुला। ते ये रीत लारे प्रकट हुला।
“पर मैं आपणे जीते हुवणे चे बाद तम्हा कनु पेहले गलील नु जई।”
गियारा चैले गलील मां ओ पहाड़ा उपर गेले, जको ईशु ने वानु बावड़ला हुता।
ते जल्दी जावा ते ओचे चैला नु किहा कि ओ मरला आला महु जीता हुती गेला, ते ओ तम्चे कनु पेहले गलील मां जाये पला, तम्ही उठी ओनु ङेखा। मैं तम्हानु केहती ङिले।”
ऐचे बाद खेता चे मार्ग़ जते समय ङोन चैला चे सामणे ईशु यूं प्रकट हुला कि वे ओनु पिछाण नी सग़ले।
बादा मां जिसे बेले ओचे ग्यारा चैले रोटी खई पलते ले, ओ वांचे सामणे प्रकट हुला। ते ओणे वानु वांचे अविश्वास उपर ते वांची मना ची कठोरता उपर दड़काले, कांकि जेह्णे ओनु जीते हुवणे चे बादा मां ङेखले हुते, यांणे ओचा विश्वास कोनी करला हुता।
पर तम्ही जावा, ते ओचे चैला नु ते पतरस नु किहा कि ओ तम्चे कनु पेहले गलील मां जाये पला, जिंवे ओणे तम्हानु केहती ङिले हुते, तम्ही उठी ओनु ङेखा। ”
हा तीजी वारी छै कि ईशु मरले आला महु जीते हुवणे चे बाद चैला नु दर्शन ङिले।
यां बाता चे बाद ईशु गलील ची झील यानिकि तिबिरियास ची झील चे पार गेला।
तिबिरियास शहरा चा कोच्छ ब़ेड़ीया वे जग़हा उपर आती कर रुकलीया, जिठे प्रभु ने धन्यवाद करती कर वानु रोटी खाणे वास्ते ङिलीया हुतीया।
ते ओणे ङोख चवणे चे बाद घणे सारे पक्के सबूता लारे आपणे आप वानु जीते ङिखाणले ते चालीस ङिहां तक ओ वानु ङिसता रेहला, ते नरीकारा चे राज़ चा बाता करता रेहला।