4 वे ङोनी लारे-लारे द्रोड़ी पलते, पर ङुजा चैला पतरस कनु आग़ु निकलती कर कब्री उपर पेहले पुज़ला,
बल्ति पतरस ते ओ ङुजा चैला ङेखणे चे वास्ते कब्री सनु टुरती पले।
ते झुकती कर ओढ़णी पली ङेखली, तांवी ओ भीतर कोनी गेला।
बल्ति ङुजा चैला वी, जको पेहले पुज़ला हुता, भीतर गेला ते ओणे ङेखले तां विश्वास करला।
का तम्ही ना जाणा, कि द्रोड़ मां तां द्रोड़ी सारे ही, पर इनाम हेको ही गेहती जाये? तम्ही यूंही द्रोड़ा कि इनाम जीत सग़ा।
कांकि अगर मना ची तियारी हो, तां दान ओचे अनुसार ग्रहण वी हुवे, जको ओचे कनु छै, ना कि ओचे अनुसार जको ओचे कनु कोनी।