3 बल्ति पतरस ते ओ ङुजा चैला ङेखणे चे वास्ते कब्री सनु टुरती पले।
तब पतरस उठती कर कब्री सनु द्रोड़ला गेला, ते झुकती कर सेर्फ ओढ़णी पली ङेखली, ते जको कोच्छ हुले हुते ओकनु अचम्भा करता हुला आपणे घरे चाह्ला गेला।
वे ङोनी लारे-लारे द्रोड़ी पलते, पर ङुजा चैला पतरस कनु आग़ु निकलती कर कब्री उपर पेहले पुज़ला,