पर आपणे भीतर ज़हड़ ना राखणे ची वजह कनु वे थोड़े ही ङिहां चे छी। ते जिसे बेले वचना ची वजह कनु वांचे उपर क्लेश जा परेशानी आवे, तां वे तुरन्त ठोकर खाती जई।
“पर ये बाता मैं ऐवास्ते तम्हानु केहलीया, कि जिसे बेले वांचा समय आवी तां तम्हानु याद आवी कि मैं तम्हानु पेहले ही केहती ङिले। मैं शुरु कनु तम्हानु ये बाता ऐवास्ते कोनी केहलीया कांकि मैं तम्चे लारे हुता,
हेक इसड़ा पत्थर जाये कनु वे ठोकर खई, हेक इसड़ी चट्टान जाये उपर वे फिसलती कर ढेती पड़ी।” वे वचना मां विश्वास ना करने चाहवी, ऐवास्ते वे ठोकर खाती कर ढेती पड़ी। हाओ वांचे भाग़ा मां लिखले पले।