बल्ति ओ थोड़ा नेरा उग़ते बधती कर मुँहा चे भराणे ढेला, ते हा प्राथना करली, “हे माया ब़ा, अगर हो सग़े तां हा मुंगर माये कनु टलती जाओ, तां वी जिसड़े मैं चाहवे उसड़े ना, पर जको तु चाहवी उसड़े ही हो।”
फसह चे तेंहवार चे पेहले, ईशु नु पता लाग़ला कि ओची वा घड़ी आती गेली कि संसार छोड़ती कर नरीकारा ब़ा चे गोढु जाये। तां आपणे लौका लारे जको संसारा मां हुते, जिंवे प्रेम ओ राखता आखरी तक उसड़ा ही प्रेम करता रेहला।