जिंवे कि मैं इन्साना चा पूत, ऐवास्ते कोनी आला कि ओची सेवा-टहल करली जाओ, पर ऐवास्ते आला कि आप सेवा-टहल करो, ते ब़ोहता नु छुड़ावणे वास्ते आपणे प्राण ङियो।”
ऐवास्ते मैं तम्हानु चिताती ङिये कि जको कुई नरीकारा ची आत्मा ची अगुवाई लारे ब़ोले ऊं ना किही कि, “ईशु श्रापित छै,” ते ना कुई पवित्र आत्मा चे बिना केह सग़े कि, “ईशु प्रभु छै।”
ते हे मालकु, तम्ही वी धमकीया ङेणीया छोड़ती कर वांचे लारे उसड़ा ही बर्ताव करा, कांकि तम्ही जाणा कि वांचा ते तम्चा ङुहुं चा मालिक नरीकार स्वर्ग़ा मां छै,ते ओ काया पक्षपात ना करी।
ऐकनु वी बङी बात हा छै कि मैं आपणे प्रभु ईशु मसीह चे ज्ञान ची श्रेष्टता ची वजह कनु आज़ तक सब चीजा नु फायदा चीया ना समझी। ओचे वास्ते मैं सब कोच्छ त्याग़ती ङिले ते मैं सब चीजा कनु नफरत करु लाग़ला। ताकि मसीह नु गे सग़े।