5 “हा इत्र तीन साऔ चान्दी चे सिक्का मां बेचती कर कंगाला नु कां कोनी ङिला गेला?”
“पर जिसे बेले ओ दास ब़ाहरु निकड़ला, तां ओचे लारे आले दासा महु हेक ओनु मिड़ला जको साओ चान्दी चे सिक्का चा कर्जदार हुता, ओणे ओनु पकड़ती कर ओची गिच्ची घुटली ते केहले, ‘जको कोच्छ दुधे उपर कर्जा छै ओनु भरती ङे।’
ओणे मजदूरा लारे हेक चान्दी चा सिक्का रोजा चा ठहराला ते वानु आपणी अंगूरा ची बाड़ी मां काम करने चे वास्ते भेज़ले।
आपणी जायजात बेचती दान करती ङिया, ते आपणे वास्ते इसड़े ब़टुवे बणावा जको पुराणे ना हुवी, यानि स्वर्ग़ा मां इसड़ी दौलत भेली करा जको घटी ना, ते जाये गोढु चोर ना जई, ते कीड़ा ना बिगाड़ी।
ईं सुणती कर ईशु ने ओनु केहले, “दुधे मां हेक बाते ची कमी छै, जा आपणे सब कोच्छ बेचती कर कंगाला नु ङे, ते तनु स्वर्ग़ा मां धन मिली, ते आती कर माये भांसु टुरती पड़।”
“तु आपणे भावां ची आंखी चे कखा नु कां ङेखी, ते आपणी ही आंखी चा खम्बा तनु ना सूझी?
पर ओचे चैला महु यहूदा इस्करियोती नांवा चा हेक चैला, जको ओनु पकड़ावणे उपर हुता, किहुं लाग़ला,
ओणे हा बात ऐवास्ते कोनी केहले कि ओनु कंगाला ची चिन्ता हुती पर ऐवास्ते कि ओह चोर हुता। ओचे कनु वांची ग़ुथली रेहती, ओचे मां जको कहीं नाखले जते ओ काढ़ती गेहता।
यहूदा चे गोढु ग़ुथली रेहती, ऐवास्ते कईयां ने समझले कि ईशु ओनु किहे पला कि जको कोच्छ अम्हानु तेंहवारा वास्ते चाही छै ऊं मोल गेहती गे, यां ईं कि गरीबा नु कोच्छ ङे जती।
फिलिप्पुस ने ओनु उत्तर ङिला, “ङोन साऔ चान्दी चे सिक्का चा रोटीया वी वांचे वास्ते पुरीया नी हुवे कि वांचे महु हर हेके नु थोड़ी-थोड़ी मिलती आओ।”