“ङेखा, तम्ही यां छोटा महु कानु वी तोच्छ ना जाणा, कांकि मैं तम्हानु किहे पला कि स्वर्ग़ा मां वांचे स्वर्ग़दूत माये स्वर्ग़ीय ब़ा नरीकारा चे मुँह सदा ङेखी।
जिंवे कि मैं इन्साना चा पूत, ऐवास्ते कोनी आला कि ओची सेवा-टहल करली जाओ, पर ऐवास्ते आला कि आप सेवा-टहल करो, ते ब़ोहता नु छुड़ावणे वास्ते आपणे प्राण ङियो।”