34 ऐचे उपर लौका ने केहले, “अम्ही व्यवस्था ची हा बात सुणली कि मसीह हमेशा रिही, बल्ति तु कां किही कि इन्साना चा पूत ऊंचे उपर चढ़ाला जाणा जरुरी छै? हा इन्साना चा पूत कूण छै?”
बल्ति ईशु ने केहले, “जिसे बेले तम्ही मैं इन्साना चे पूता नु ऊंचे पर चढ़ावा, तां तम्ही जाणा कि मैं ओही छै, मैं आपणे तरफु कहीं ना करी पर जिंवे माये ब़ा ने मनु सिखाले यूंही ये बाता किहे पला।
अम्ही जाणु कि व्यवस्था जको कोच्छ किहे, वा वानु ही किहे जको व्यवस्था चे अधीन छी। ताकि हर-हेक चे मुँह बन्द करले जाओ, ते सारा संसार नरीकारा चे ङण्ड चे लायक ठहरो।
ऐवास्ते जिंवे हेक पाप सब इन्साना वास्ते ङण्ड ची आज्ञा ची वजह हुला, उसड़े ही हेक धार्मिकता चे काम वी सब इन्साना वास्ते जीवन चे प्रति धर्मी ठहराले जाणे ची वजह हुवे।