2 ओठे ईशु वास्ते वाणे खाणे तियार करले। मारथा ने ओनु घालती ङिले, ईशु चे लारे जको खाणे खई ब़ेहले हुते लाजर वी वांचे मां हेक हुता।
जिसे बेले ईशु बैतनिय्याह शहरा मां शमौन कोहड़ी चे घरा मां हुता,
जिसे बेले ईशु बैतनिय्याह शहरा मां शमौन कोहड़ी चे घरा मां रोटी खाणे वास्ते ब़ेहला हुता, तब हेक असतरी संगमरमर चे ठांवा मां जटामांसी चा बेशकीमती शोद्ध इत्र चती कर आली, ते ठांवा नु भान्ती कर ओचे ठोङा उपर रेड़ती ङिला।
धन्न छै, ओ दास, जानु मालिक आती कर सुज़ाक ङेखे, मैं तम्हानु सच्च किहे पला, कि ओ कमर कसती कर वानु खाणे उपर ब़िसाणी, ते गोढु आती वांची सेवा करी।
बल्ति ओणे आपणे छेड़ा ङेणे आला नु वी केहले, “जब तु ङिहां चा जा राती चा भोज़ करी, तां आपणे सज़्ज़ण जा भऊ जा कुणम्बा जा अमीर पड़ोसीया नु ना हकार, कहीं इसड़े ना हो कि वे वी तनु छेड़ा ङियो, ते दुधा बदला हुती जाओ।
कांकि बङे कूण छै, ओ जको खाणे खाये ब़ेहला, जा ओ जको सेवा करे? का ओ कोनी जको खाणे खाये ब़ेहला? पर मैं तम्चे बीच मां सेवक चे समान छै।
तब लेवी ने आपणे घरा मां ओचे वास्ते हेक बङी मेहमानी करली, ते चुंगी गेहणे आला ची ते नेरा लौका ची जको ओचे लारे खाणा खऊं ब़ेहले हुते, हेक बङी भीड़ हुती।
ङेख, मैं दरवाजे उपर भिले रेहती कर खड़कावे। अगर कुई माई अवाज सुणती कर दरवाजे खोले तां मैं ओचे गोढु भीतर आती कर ओचे लारे खाणे खई, ते ऊं माये लारे।