24 मारथा ने ओनु केहले, “मैं जाणे कि पुनरुत्थान चे आखरी ङिहां मां ओ जीता हुती जई।”
तब तु धन्न हुवे, कांकि वांचे कनु वापिस बदले मां ङेणे वास्ते कहीं कोनी हुवी, पर तनु धर्मीया चे लारे जीते हुवणे चा नरीकार तनु ऐचा फल ङिही।”
ईशु ने विनु केहले कि, “दुधा भऊ जीता हुती जई।”
माये भेज़णे आले ची हाओ मर्जी छै, ओणे जको कहीं मनु सोंपले वांचे महु मैं कनु गार ना करे, ते अन्त चे समय उपर वा सारा नु जीते करती ङिही।
कांकि हाओ माये ब़ा नरीकारा ची मर्जी छै हर हेक बन्दे जको पूता नु ङेखे ते विश्वास करी ते ओनु अनन्त जीवन मिली, ते अन्त चा ङिहां मां मैं ओनु जीते करती ङिही।”
ते मैं नरीकारा उपर आस राखे, जको ये आप वी राखी, कि धर्मी ते अधर्मी ङुंहु चा पुनरुत्थान हुवी।
असतरीया ने आपणे मरले आला नु बल्ति जीते गेहले, कितने तां मार खाते-खाते मरती गेले ते छुटकारा कोनी चाह्ला, कांकि वे उत्तम पुनरुत्थान चे भईवाल हो।