ईशु ने ओनु गौरा लारे ङेखती ओचे लारे प्रेम करला, ते ओनु केहले, “दुधे मां हेक बाते ची कमी छै। जा, आपणे सब कोच्छ बेचती कर कंगाला नु ङे, ते तनु स्वर्ग़ा मां धन मिली, ते आती कर माये भांसु टुरती पड़।”
पर हमा जको तम्ही नरीकारा नु पिछाणती गेले बल्कि नरीकारा ने तम्हानु पिछाणले, तां वा कमजोर ते संसारा ची बेकार जिसड़ी शिक्षा चीया बाता ची ओर कां मुड़ा? का वांचे तम्ही दोबारा गुलाम हुवणे चाहवा?
ये वे बन्दी छी यांणे कुई असतरी लारे आपणे आप नु गन्दे कोनी करले। कांकि वे कुंवारे हुते, ते जिठे-किठे मैमणे जते, वे बन्दी ओचे भांसु टुरती पड़ती। सारी इन्सानी जाति कनु मोल गेहती कर छुड़ाती गेले ते। वे नरीकारा चे ते मैमणे चे वास्ते रहड़ी चे पेहले फल हुते।