19 यां बाता ची वजह यहूदी लौका मां बल्ति फूट पड़ती गेली।
बल्ति यहूदी आपस मां ईं केहती कर बहस-बाजी करु लाग़ली, “हा आपणे शरीर अम्हानु खाणे वास्ते किवें ङे सग़े?”
हा ङेखती कर नेरे फरीसी किहुं लाग़ले, “ऊं बन्दे नरीकारा ची तरफा कनु कोनी, कांकि ओह सब्त चा ङिओ ना मनी।” ङुजा ने केहले, “पापी बन्दे इसड़े चैन्ह किवें ङिखाण सग़े?” वांचे मां फूट पड़ली गेली।
पर शहरा चे लौका मां आपस मां फूट पड़ती गेलती, कोच्छ लौक तां यहूदिया सनु, ते कोच्छ लौक प्रेरितां सनु हुती गेले।
सबकनु पेहले तां ईं छै, कि जिसे बेले कलीसिया मां भेले हुवा, तां तम्चे मां फूट पड़ली रिहे। मैं कोच्छ-कोच्छ विश्वास वी करे।
कांकि तम्ही हमा तक संसारिक छिवा। ऐवास्ते कि जब तम्चे मां जलन ते झग़ड़े छी तां का तम्ही संसारिक कोनी? तां का संसारिक इन्साना ची रीति उपर ना चला?