“अगर दुधा विश्वास करने आला भऊ दुधे, विरोध कुई अपराध करे, ते जती कर ओनु हेकले मां बातचीत करती कर समझा, अगर दुधी सुणती गिहे, बल्ति तु आपणे भावां नु अपनाती गेले।
कांकि पैसा चा लोभ सारीया प्रकार ची बिमारीया जा बुराई ची ज़हड़ छै। ऐ पैसे नु हांसिल करने ची कोशिस मां जाणे कितने तां विश्वास कनु भटकती कर आपणे आप नु नाना प्रकार चे ङुखा कनु छाणी बणाती नाखले।
ऐवास्ते हे प्यारे, तम्ही लौक पेहले ही कनु यां बाता नु जाणती कर चौकस रिहा, कि अधर्मीया चे भ्रम मां फसती कर आपणी मजबूती नु हाथा लारे किठी गुंती ना ब़ेसा।
वांचे उपर हाय! कांकि जेह्णे कैन चे मार्ग़ नु चुणती गेले, ते धन-दौलत ची लालच ची वजह वाणे वाहो गलती करली, जको बिलाम ने करली हुती। ते कोरह आलीकर विरोध करती कर नाश हुले।