ऐवास्ते हे माये भऊ, का करने चाही छै? जिसे बेले तम्ही भेले हुवा, हर-हेक चे दिला मां भज़न, जा उपदेश, जा नेरीया भाषा, जा दर्शन, जा नेरीया भाषा चा मतलब बावड़ना रिहे सब कोच्छ आत्मिक बढोतरी वास्ते हुवणे चाही छै।
ते वे सिंहासन चे सामणे ते चऊं जीते जींया ते प्राचीना चे सामणे हेक इसड़े नवें गीत गावी भिलते, जको हेक लख चवालीस हजार बन्दा चे सिवाय जको धरती कनु मोल गेहती कर छुड़ाली गेली हुती सेर्फ वानु छोड़ती कर नेरे कुई वी ऊं गीत ना सीख सग़ले।