ते अम्ही जाणु कि, जको लौक नरीकारा लारे प्रेम राखे, वांचे वास्ते सारीया बाता मिलती कर भलाई ही नु पैदा करी यानिकि वांचे ही वास्ते जको ओची इच्छा चे अनुसार हकारले गेले छै।
इठे तक अम्ही आप नरीकारा ची कलीसिया मां ते तम्चे बारे मां घमण्ड करु, कि जितने ङोख ते क्लेश तम्ही सहन करा, वां सारा मां तम्चा सब्र ते विश्वास प्रकट हुवे।
ये वजह कनु जबकि ग़वाहा ची इसड़ी बङी भीड़ अम्हानु घेरले आले छै, तां आवा, हर हेक रोकणे आली चीज ते उलझाणे आले पापा नु दूर करती कर, वा द्रोड़ जिसे मां अम्हानु द्रोड़ने छै, धीरज लारे उग़ते बधते जऊं,