13 पर जब तक ओ ङिओ, जानु “आज़” केहला जाये, अम्चे सामणे छै, हर हेक ङिओ हेके ङुजे ची हिम्मत ब़न्धाते रिहा, इसड़े ना हो कि तम्चे महु कुई वी पाप चे छल मां कठोर बणती जाओ।
कि तु वचन चा प्रचार कर, समय बे समय काम करने चे वास्ते तियार रेह, हर-तरीके चा सब्र, ते शिक्षा चे लारे उलाहणा ङे, ते दड़का ते बढ़ावा ङिती कर तसल्ली लारे समझा।