15 ते ओ वां सारा नु आजाद करती ङियो, जको मौत चे ङर ची वजह जीवन भर दासत्व चे अधीन हुती कर रेहती गेलते।
कांकि तम्हानु गुलामी ची आत्मा कोनी मिड़ली, कि बल्ति ङरती जाओ पर नरीकारा ची ऊलाद्ध बणने वास्ते आत्मा मिड़ली, जाये कनु अम्ही, “हे पिताजी, हे ब़ा,” केहती कर हकारु।
कि सृष्टि वी आप ही विनाश ची गुलामी कनु छुटती कर, नरीकारा ची ऊलाद्धी ची महिमा ची आजादी हांसिल करी।
ओणे ही अम्हानु खतरनाक मौत कनु बचाले, ते बचावी वी, ते ओचे कनु अम्ची हा आस छै, कि ओ उग़ते वी बचाता रिही।
तम्ही जको मूसा चे व्यवस्था ची अधीन हुवणा चाहवा मनु बावड़ा का तम्ही व्यवस्था ची ना सुणा ईं लिखले पले।
कांकि नरीकारा ने अम्हानु ङरा ची आत्मा कोनी पर ताकत, ते प्रेम, ते सब्र करने ची आत्मा ङिली।
कांकि ओ तां स्वर्ग़दूता नु ना, बल्कि अब्राहम चे वंश नु सम्भाले।