35 असतरीया ने आपणे मरले आला नु बल्ति जीते गेहले, कितने तां मार खाते-खाते मरती गेले ते छुटकारा कोनी चाह्ला, कांकि वे उत्तम पुनरुत्थान चे भईवाल हो।
कांकि जीते हुवणे उपर वे ना बीहा करवावे ते ना बीहा मां ङिले जाये, पर स्वर्ग़ा मां नरीकारा चे स्वर्ग़दूता चे समान हुवे।
कांकि जब वे मरले आला महु जीते हुवे, तां ना वे बीहा करवावे ते ना बीहा मां ङिले जाये, पर स्वर्ग़ा मां स्वर्ग़दूता चे समान हुवे।
तब तु धन्न हुवे, कांकि वांचे कनु वापिस बदले मां ङेणे वास्ते कहीं कोनी हुवी, पर तनु धर्मीया चे लारे जीते हुवणे चा नरीकार तनु ऐचा फल ङिही।”
वे बल्ति मरणे चे वी कोनी, कांकि वे स्वर्ग़दूता चे समान हुवे, ते पुनरुत्थान ची ऊलाद्ध हुवणे लारे नरीकारा ची वी ऊलाद्ध हुवे।
जेह्णे भलाई करली वे जीवन चे पुनरुत्थान वास्ते जीते हुती जाये, ते जेह्णे बुराई करली वे ङण्ड चे पुनरुत्थान वास्ते जीते हुती जाये।
वे लौक जको ओकनु पूछताछ करु आले हुते वे तुरन्त उठु खिसकती गेले, ते सैनापति वी ईं जाणती कर कि हा रोमी छै, घणा ङरती गेला कि मैं ऐनू संगला लारे ब़न्धवाले।
तब पौलुस ने ईं जाणती कर कि, हेक दल सदूकिया ते ङुजा फरीसिया चा छै, महासभा मां ऊंची अवाजी लारे केहले, “हे भऊ, मैं फरीसी ते फरीसिया चे वंश चा छै, मरले आला ची आस ते पुनरुत्थान चे बारे मां माया मुकदमा हुवे पला।”
ते मैं नरीकारा उपर आस राखे, जको ये आप वी राखी, कि धर्मी ते अधर्मी ङुंहु चा पुनरुत्थान हुवी।
पर पतरस ते यूहन्ना ने उत्तर ङिला, “तम्ही ही न्यां करा, कि का ईं नरीकारा चे सामणे भले छै, कि अम्ही नरीकारा ची बाते कनु बढ़ती कर तम्ची बात मनु?
ओणे हाथ ङिती कर विनु उठाणले ते प्रभु चे लौका नु ते बांढीया नु हकारती कर विनु जीती जाग़ती ङिखाणती ङिले।
ते जब हा नाशवान अविनाशी नु ते मरणहार अमरता नु धारण करती गिही, तब पवित्रशास्त्र चा हा वचन पूरा हुती जई, “जय ने मौत नु निग़लती गेहले।
कि मैं किसी वी तरह मरला आला महु जीता हुवणे चे पद्द नु गे सग़े।